शायद इस खबर को पढ़कर बहुत से नवधन्याड्य लोगो का मन हवाई जहाज में हल्द्वानी टू दिल्ली सफर करने लेकर कुलाचे मारने लगा हो, मैं इस खबर से निराश तो नहीं परन्तु एक जागरूक नागरिक की तरह प्रतिक्रिया स्वरुप अपने शहर के खबरनवीशो और जनप्रतिनिधियों के मानसिक दिवालियेपन का आकलन कर रहा हूँ कि क्या वाकई आज हल्द्वानी शहर इतना विकसीत हो चुका है कि उसे एक अदद अंतरराष्ट्रीय स्डेडियम और एयरोड्रम की अत्यधिक जरुरत आन पडी है?